१. ना मारो सनम बेबफा के लिए ,दो गज जमींन नहीं मिलेगी दफ़न होने के लिए।
मरना है तो मारो बटन के लिए , हसीना भी दुपट्टा उतार देगी तेरे कफ़न के लिए !!
जय हिन्द। जय भारत !!
२. मै भारत वर्ष का हार्दिक सम्मान करता हूँ , चाँदनी मिटटी का ही गुणगान करता हूँ !
मुझे चिंता नहीं है ,स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की ,तिरंगा कफ़न हो मेरा बस यही गुणगान करता हूँ !!
जय हिन्द। जय भारत !!
मरना है तो मारो बटन के लिए , हसीना भी दुपट्टा उतार देगी तेरे कफ़न के लिए !!
जय हिन्द। जय भारत !!
२. मै भारत वर्ष का हार्दिक सम्मान करता हूँ , चाँदनी मिटटी का ही गुणगान करता हूँ !
मुझे चिंता नहीं है ,स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की ,तिरंगा कफ़न हो मेरा बस यही गुणगान करता हूँ !!
जय हिन्द। जय भारत !!
३. ना मस्जिद को जानते है ,ना शिवालों को जानते है , जो भूखे पेट होते है वो सिर्फ निवालों को जानते है !
मेरा यही अंदाज जमानो को खलता है , की मेरा चिराग हवा खिलाफ क्यों चलता है !
मै अमन पसंद करता हूँ ,मेरे शहर में दंगा मत रहने दो ,लाल उर हरे में मत बाटो तिरंगा मेरे छत पे ही
रहने दो !!
जय हिन्द। जय भारत !!
४. मै इसका हनुमान हूँ,ये देश मेरा राम है !
छाती चिर के देख लो ,अंदर बैठा हिंदुस्तान है !!
जय हिन्द। जय भारत !!
सर फरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है.
देखना है जोर कीतना बाजुए कातिल में है !!
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