Thursday 3 December 2020

कौन है अम्बेडकर ?

भीम राव अम्बेडकर  का झूठा प्रचार बंद होना चाहिए। मैं कुछ मिथक रखता हूं अम्बेडकर से जुड़े हुए..

1-मिथक-अंबेडकर बहुत मेधावी थे।

सच्चाई -अंबेडकर पूरी जिंदगी में सदैव थर्ड डिग्री में पास हुए ।

2-मिथक -अंबेडकर बहुत गरीब थे!

सच्चाई -जिस जमाने में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमाने में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है वह भी कोट पैंट में!

3-मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया !

सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे!

4-मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया।

सच्चाई -उस जमाने में अंबेडकर को गुजरात बढ़ोदरा के क्षत्रिय राजा सीयाजी गायकवाड़ ने स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया।

5-मिथक- अंबेडकर ने नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया!

सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 20 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया!

6- मिथक-अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे!

सच्चाई -अंबेडकर ने सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजो को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया

7-मिथक -अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे!

सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी

8- मिथक-अंबेडकर ने अकेले आरक्षण दिया!

सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा ने दिया जिसमे कुल 389 लोग थे अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था

9-मिथक-अंबेडकर बहुत विद्वान था।

सच्चाई-अंबेडकर संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे।स्थाई समीति के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे।

10-मिथक-अंबेडकर राष्ट्रवादी थे।

सच्चाई-1931मे गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी।

11-मिथक-अंबेडकर ने भारत का संविधान लिखा।

सच्चाई-जो संविधान अंग्रेजों के1935 के मैग्नाकार्टा से लिया गया हो और विश्व के 12 देशों से चुराया गया है उसे आप मौलिक संविधान कैसें कह सकते है? अभी भी सोसायटी एक्ट में 1860 लिखा जाता है।

12-मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे।

सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी। पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे।सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनाने के लिए भारतीय देशी राजाओं, महराजाओं, रियासतदारों, तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी।इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा।

13-मिथक-अंबेडकर स्वेदशी थे।

सच्चाई-देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती -कुर्ता, पैजामा-कुर्ता, सदरी व टोपी,पगड़ी, साफा, आदि हुआ करता था।गांधी जी ने विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी।यद्यपि कि नेहरू, गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नही है।अंबेडकर अंग्रेजिएत का हिमायती था।

अंत में कहना चाहता हूं कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे।

मेरा उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुचाना नही बल्कि सच्चाई बयां करने की कोशिश करना है।तथ्यों की जानकारी स्वयं भी प्राप्त कर सकते है। सादर धन्यवाद पढ़ने के लिए !!

Saturday 23 May 2020

पॉवर थिंकिंग

* सुकरात ने कहा था कि ज्ञान और जिज्ञासा सफलता के रास्ते खजाने तक पहुंचाने के मूल रास्ते हैं यानी  "जिज्ञासा "ही जीत का रास्ता तय करती है।
* जो जीत के बारे में सोच कर कार्य करते हैं, वह परिस्थितियों से नहीं डरते।
*जो इंसान पैसे के पीछे भागता है वह सच्चा और कोई बड़ा बिजनेस में नहीं बनता।
* बड़ा बिजनेसमैन बनने के लिए बड़े ख्वाब देखने की जरूरी है। मुकेश अंबानी भी ऐसा ही करते हैं वह न सिर्फ बड़े सपनों को देखते हैं बल्कि  बो उन्हें पूरा करने तक चैन से नहीं बैठते हैं।
* ऐसा मानना चाहिए जब काम दिखता है तो हमें कुछ बोलने की जरूरत नहीं होती, रेवेन्यू बोलता है।
* कभी - कभी अपने दिल की सुनना चाहिए।
* जब काम की बातें आती हो तो सेल्फ लर्निंग पर ज्यादा भरोसा करना चाहिए। खुद पर यकीन करें और हर प्रस्थिति के लिए तैयार रहे।
* जो बीच में ही आराम करने लगे, सफलता उनके लिए नहीं होती है। कंपटीशन के दौड़ने मार्केट किसी का इंतजार नहीं करता, इसलिए सफलता के भूख होना जरूरी है। अभी मंजिल तक पहुंचा जा सकता है।
*टीम के साथ हर कदम पर खड़ी है और अपनी प्रोफेशनल पर भरोसा रखें। यह सोचे आप को आगे बढ़ा सकते हैं जिसका असर सीधे-सीधे कंपनी के रेवेन्यू पर दिखाई देता है।
*बिजनेस की ग्रोथ के लिए पहले मार्केट और उसके डिमांड को समझना चाहिए, अगर आपके प्रोडक्ट से बेहतर मार्केट में है तो बेहतर होगा कि आप अपनी स्किल्स इंप्रूव करें और फिर कंपटीशन में उतरे।
* आपकी टीम की बातें हो या कंपटीशन की, दोनों ही मौकों पर आपको अपना सौ फीसदी देना होगा। समझेंगे नया सोचेंगे तभी तो फ्यूचर के लिए तैयार होंगे केबिन में बैठे - बैठे आप कभी नहीं जीत सकते हैं।
*पैसा सब कुछ है लेकिन महत्वपूर्ण नहीं, जिंदगी में पैसे को गंभीरता से लेने की जरूरत है मैं उसके पीछे भागने की।
*कोई कार्य सफल हो तो जश्न मनाइए , असफल हो तो उदास होइए, लेकिन कभी भी रुकिए मत, अगले पड़ाव के लिए तेजी से बढ़ते रहिए। रुकना मृत्यु है और चलना जिंदगी।
*दुनिया में सबसे अच्छा वक्ता वो है, जो अपने दिल से बात कर सके। और दुनिया का सबसे अच्छा श्रोता वो है जो अपने दिल के कोने से आने वाली आवाज सुन सकें।
*बुद्धि से पैसा कमाया जा सकता है ना कि पैसे से बुद्धि हासिल की जा सकती है।
* जीवन में सबसे बड़ी खुशी उस काम को करने में हैं, जिसे लोग कहते हैं कि तुम नहीं कर सकते हो।
*किसी का कोई गुण आपको प्रभावित करें तो बिना स्टेटस के परवाह किए। उस व्यक्ति के पास जाकर यह कहने का साहस होना चाहिए मैं आपसे यह सीखना चाहता हूं।
*यदि बड़ा बनना हो तो स्वयं से कमतर लोगों के साथ संगति करें, बांस बनने की बजाय स्वयं से बेहतर लोगों की संगति करना , भले ही कुछ अवसरो पर आपको कम महत्व मिले।
*दूसरों को मिटा कर बड़ा बनने की सोच रखने से बेहतर है खुद इतने बड़े हो जाओ कि दूसरे स्वयं छोटे हो जाए।
* आपके पास एक ही जीवन है, इसे आप यूं ही बहाने बनाकर गुजार दे, या संघर्ष करके उपलब्धियां हासिल करें और अपने जन्म को सार्थक करें चुनाव आपका है।
* अपने बड़े सपनों की छोटी सोच वालों से चर्चा मत करो सामने वालों को भी इतनी हैसियत और योग्यता होनी चाहिए जो आपके सपनों को समझ सके।
*दुनिया में सिर्फ दो तरह के लोगों को याद किया जाता है कुख्यात और प्रख्यात। औषत इंसान सिर्फ भीड़ कहलाता है।
*अपने आप को पीड़ित की तरह प्रस्तुत मत कीजिए, मेरा भाग खराब है ,मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है, मुझे हमेशा धोखा मिलता है। इन लाइनों  को  उपयोग इंसान अपनी कमियों को छुपाने के लिए करता है।
*यदि कोई कहता है कि उसने जीवन में कोई गलती नहीं की  तो समझिए, उसने कोई कार्य नहीं किया, हम गलतियां करके ही विकसित होते हैं परंतु जिम्मेदारी लेना होगा हम उस गलती को दूसरी बार ना करें।
* सिर्फ सोच ही इतनी शक्तिशाली होती है जो सही और गलत में भेद कर सकती है, जो व्यक्ति को ऊपर उठा सकती है और नीचे गिरा सकती है।
* कम शिकायतें कम बहाने और कम टालमटोल अधिक सफलता पाने का यह मूल मंत्र है।
* आप कितने भी शक्तिशाली क्यों ना हो यदि आपकी टीम हल्की है तो आप ऊंचा नहीं उठ सकते।
*परफेक्ट परिस्थिति का इंतजार मत कीजिए। आज से अपने लक्ष्यों को पाने के लिए पूरी ताकत झोंक दीजिए सफलता इंतजार के नहीं काम करने से मिलती है।
*गरीबी में पैदा होना पाप नहीं है, गरीबी में मरना पाप है।
* यदि हम ठान ले तो किसी बाहर वाले को ताकत नहीं है हमारी तरक्की को रोक सके। हमारे सबसे बड़े दुश्मन भी हम है और सबसे बड़े दोस्त भी खुद ही है।
*यह महत्वपूर्ण नहीं है कि आप सफल है या नहीं, महत्वपूर्ण यह है कि आप उतने सफल सफल हुए या नहीं जितने आपके भीतर क्षमता थी।
* सफलता तब मिलती है जब आप के सपने आपके बहाने से बड़े हो जाते है।
* डरिए, घबराइए, हताश होइए यह सब स्वभाविक है मगर फिर भी आगे बढ़िए और वह कार्य कीजिए जिनको करना जरूरी है।
*जो है उससे शुरू करे ,जहां है वहां से शुरू करे,परफेक्ट मौके के इंतजार में करोड़ों सपनों को खत्म कर दिया।
*नॉलेज में किया गया इन्वेस्टमेंट सबसे ज्यादा रिटर्न देता है,क्योंकि की सारी समृद्धि वहीं से पैदा होता है ।
*सफलता मुझे घमंड में चूर ना करें और असफलता से मुझ में  हिन भावना ना भरे ऐसी श्रेष्ठा पाना चाहता हूं।
*जब आप बेहद गुस्से में हो तो कोई फैसला ना करे, जब आप बेहद खुशी में बह रहे हो तो कोई वादा ना करे।
*अच्छे इंसान सिर्फ और सिर्फ अपने कर्म से पहचाने जाते हैं क्योंकि अच्छी बात है तो बुरे लोग भी करते हैं।
* किसी भी अच्छे आईडिया के लिए कोई वक्त बुरा नहीं होता किसी भी बुरे आईडिया के लिए कोई वक्त अच्छा नहीं होता।
* एक प्रश्न पूछने से आप कुछ देर के लिए मुर्ख कह लाएंगे , लेकिन आप प्रश्न नहीं पूछेंगे तो जीवन भर मूर्ख रह जाएंगे।
*इंतजार करने वालों को सिर्फ उतना ही मिलता है जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं।
*उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।
* माना कि अंधेरा घना है, लेकिन दिया जलाना कहां  मना है।
*किसी कार्य को कभी भी कल पर नहीं छोड़ना चाहिए। अगले पल क्या हो जाए यह कोई नहीं जानता।
* आपका खुश रहना है आपके दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी सजा है।
*दुनिया मजाक करें या तिरस्कार उसकी परवाह किए बिना, मनुष्य को अपना कर्तव्य करते रहना चाहिए।
* अगर जिंदगी में कुछ पाना हो तो तरीके बदलो इरादे नहीं।
* बीते हुए कल से सीखो, आने वाले कल को प्लान करो और आज को डट कर जियो।
* बिना प्रयास के सिर्फ आप नीचे गिर सकते हैं ऊपर नहीं उठ सकते, यही गुरुत्वाकर्षण का भी नियम है और जीवन का भी।
*जमाने ने जिस जिस पर हंसा इतिहास भी केवल उसी ने रचा।
* अगर उड़ान भरना है जिंदगी में तो वह हर चीज छोड़ना होगा जो हमें नीचे खींचती है।
* तिरस्कार इंसान को पापी बनाता है, प्यार से गलती है बतला देने पर पापी भी सद मार्ग पर चलने लगता है।
* तिरस्कार का फल कड़वा होता है।
* पापियों को तिरस्कार कभी मत करो प्यार से गले लगाकर उन्हें सुधारने का मौका दो बे एक नेक इंसान बनेंगे।
* परिस्थितियों को हम कांटा मानते हैं, जिस दिन हम फुल समझकर चलने लगेंगे दर्द हमें होगा ही नहीं और आसानी से पार भी कर लेंगे।
*इस दुनिया में किसी इंसान को इतनी औकात नहीं , इतनी हैसियत नहीं, इतनी मजाल नहीं, कि वह अपने आप से कोई भी झूठ छुपा सके।
*हर आदमी के भीतर एक बड़ा सुझाव देने वाला होता है वह है दिल आप कितनी भी कठिन परिस्थिति में हो एक बार अपने दिल की जरूर सुने आपको रास्ता अवश्य मिलेगा।
* सक्सेस के पीछे मत भागो एक्सीलेंस के पीछे भागो।
सफलता तेरे पीछे पीछे आएगा।
* बूंद बूंद से मैंने शुद्ध होकर जीवन को समुद्र बनाया है , हार से नहीं डरना जीत पे नहीं रुकना, यही खुद को सिखाया है यह अंदाज पाया है।
* दुनिया के किसी भी अंधेरे की इतनी औकात नहीं, कि सूरज की एक किरण की सामना करना सूरज आएगा और अंधेरे को चीर के रख देगा।
* कर्म करो तो फल मिलता है , आज नहीं तो कल मिलता है , जितना गहरा हो कुवा उतना मीठा जल मिलता है।
*कोई जोखिम ना लेना ही जीवन का सबसे बड़ा जोखिम है।
*जब सोच में मोच आती है तभी जीवन में खरोच आती है।
* यदि हर सुबह नींद खुलते किसी लक्ष्य को लेकर आप उत्साहित नहीं हैं , तो आप जी नहीं रहे हैं बल्कि आप जिंदगी सिर्फ काट रहे हैं।
* हर दिन अपने आप से पूछिए क्या ? आज मैंने ऐसा काम किया जो मुझे नहीं करना चाहिए था ।
* बड़े निर्णय लेते हुए डरना गलत नहीं है डर के कारण बड़े निर्णय लेना गलत है।
* मंजिल पैरों की ताकत से नहीं हौसलों की ताकत से हासिल होती है।
* मनुष्य का सबसे खराब आविष्कार किंतु ,परंतु, अगर -मगर ,मुश्किल, और असंभव जैसे शब्द है अफसोस की बात यह है कि यह सब दुनिया में सबसे ज्यादा प्रचलित है।
* सफलता और प्रतिष्ठा काम अधूरे छोड़ छोड़ने वालों को नहीं काम पूरा करने वालों को मिलती है बड़ा बनना है तो फिनिशर बनिए।
*  जो तपेगा वही आम से खास बनेगा।
* जीनियस बनने में 1% योगदान प्रेरणा का और 99% योगदान पसीने का होता है।
* हर चीज सिर्फ तब तक कठिन लगती है जब तक वह सरल नहीं हो जाती।
* दूसरों के गलत एवं सही निर्णय से सीखिए । दुनिया में किसी की भी उम्र इतनी लंबी नहीं होती कि वह हर गलती स्वयं करके सीखे।
* सफलता तब मिलती है जब आपके सपने आपके बहाने से बड़े होते हैं।
* हर वक्त स्वयं को एहसास दिलाइए कि आप एक महत्वपूर्ण इंसान हैं, और ईश्वर ने आपको किसी खास मकसद के लिए दुनिया में भेजा है।
* सफलता के लिए जीनियस से कहीं ज्यादा जरूरी कॉमन सेंस की होती है।
* यदि दूसरों को यह लगे या के समय की कोई कीमत नहीं है, तो अगले हैं क्षण से बो आपका दुरुपयोग करना शुरू कर देगा।
*  बड़े सपनों को कभी छोटी सोच वाले से चर्चा मत करो
जिससे सलाह मांग रहे हो उसकी इतनी हैसियत होनी चाहिए कि बो आपके सपनों को समझ सके।
*लोग सोचते ही रह गया और जिंदगी हाथ से निकल गए। कम सोचिए और ज्यादा करिए।
* अपनी समस्याओं को हर किसी के साथ मत बाटिये, कोई मीठा बोल रहा हो या सहानुभूति दिखा रहा हो।तो इसका अर्थ यह नहीं कि वह आपका शुभचिंतक है।
* लोग आपको आदर नहीं देंगे,जब तक आप स्वयं को आदर नहीं दोगे। लोग आप की कीमत नहीं समझेगें, जब तक आप अपनी कीमत नहीं समझेंगे। लोग आपकी प्रतिभा नहीं पहचानेगें, जब तक आप अपनी प्रतिभा नहीं पहचानोगे।
* यदि आप मेरे पास आकर किसी और की बुराई करते हैं, तुम मुझे कोई संदेह नहीं कि आप दूसरों के पास जाकर मेरा बुराई करते होंगे।
* ज्यादा कहना और ज्यादा सुनना दोनों ही नुकसानदायक है।
* किसी का "ना" सुनकर कभी निराश मत होना, कुछ "ना" के बाद "हां" तुम्हारा इंतजार कर रहा होगा।
* दूसरों की मदद करते हुए यदि दिल में खुशी हो तो वही सेवा है बाकी सब दिखावा।
* जिंदा होना और ज़िन्दगी जीने में बहुत फर्क होता है।
*जिंदगी में चौका लगाने के लिए मौका का इंतजार मत कीजिए, खुद मौका बनाइए और चौका छक्का लगाइए।
* हर व्यक्ति किसी न किसी क्षेत्र में जीनियस होता है किसी को जल्दी पता चलता है तो किसी को देर से।
* कभी-कभी आपकी सफलता में केवल एक व्यक्ति बाधक होता है जिसे आप हर दिन शीशे में देखते हैं यानी आप खुद।
* जब तक मेरी सांसे चलेगी, मैं अपने शब्दों, विचार, और कार्यों का जिम्मेदारी लेता हूं, किसी भी परिस्थिति में किसी और को दोष नहीं दूंगा।
* रास्ते इंसान को नहीं, इंसान रास्ते को चुनता है, आप जहां भी हैं, अपने चुनाव की वजह से।
* गिरने में प्रॉबलम नहीं है गिर के गिरे रहने में प्रॉबलम है।