Thursday, 24 December 2015

जज और एक मुजरिम (बलत्कारी )

जज :- एक मुजरिम (बलत्कारी ) को  बलत्कार करने के जुर्म में धारा-376 लगाकर और १० साल की सजा सुनाई। 
          तो 
मुजरिम :-चिलाते हुए बोलता है जज साहब। ठीक है आज हम  गलती किये तो हमे १० साल की सजा हुई ?

तो उस माधर चोद गांधी को  कितने साल की सजा होगी क्योकि बो व्यक्ति सभी को  चोदा है यहाँ पे सबको माँ को यहाँ तक आपके माँ को भी नहीं छोड़ा। 
 जज :- क्या बकते हो? 

 मुजरिम :- नहीं समझे मिलाउड आप गांधी जी को क्या कहकर पुकारते है। 

जज:-बापू 
मुजरिम :- हाँ तो कहाँ छोरा आपको भी। इसलीये आपसे बिनती करते है अबसे हम ऐसा गलती नहीं करेंगे ,हम एक को किये और गांधी जी ने किसी किसी  को नहीं छोरा , सबका बाप बन गया।  Raushan kumar

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